1. ये लोग, बिना बताए, यू धोखा दे जाते है ।
जाते जाते यहीं लोग कुछ यादें छोड़ जाते है
फिर जाते जाते इन्ही आखों में धूल झोंक जाते है
तब इन ख्वाबों में, उन अतीत की यादों को
बिना बताए, बस वो अपने महफिल को चले जाते है।
जब सहारा था मैं ऐसे ही कुछ लोगो का
बस अपनी तस्फीर पुरानी वो दे जाते है
क्या खाक कहू, ऐसे भी रिश्ते होते है
जख्म देके, यू अपने निशान छोड़ जाते है।
फिर ले जाते है, वो मेरी खिली हुई मुस्कान
बिना बताए, किसी और राह को चले जाते है
वैसे घंटो बाते वो करते करते,
ये लोग, बिना बताए, यू धोखा दे जाते है ।
Comments
Post a Comment